आगामी आश्रम कार्यक्रम सुचना
|| श्री वाराही महायज्ञ ||
दिनांक : 15 नवम्बर से 26 नवम्बर 2024
स्थान : स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम , बलुआ, चंदौली - वाराणसी ( उत्तर प्रदेश )
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम की पावन भूमि पर श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी महाराज के मार्गदर्शन एवं सान्निध्य में तंत्र बाधा, आर्थिक बंधन , व्यापार बंधन , कार्य में असफलता , म्लेच्छ तंत्र बाधा, विधर्मी तंत्र बाधा, आदि निवारण हेतु श्री वाराही महायज्ञ का आयोजन किया गाया है , जिसमें शास्त्रोक्त पध्दति एवं पूर्ण विधि विधान के साथ अनुष्ठानपूर्वक #जप एवं #हवन कराया जाता है !
अधिक जानकारी के लिए 7607 233 230 पर फोन कॉल अवश्य कर लें !
WhatsApp No. : 7607 233 230
विशेष सुचना : दिनांक : 5 नवम्बर से 15 नवम्बर २०२४ को आयोजित होनेवाले श्री वाराही अखंड महायज्ञ को इस बार किसी कारणवश स्थिगित कर दिया गया है ! परन्तु 15 नवम्बर को विशेष पूर्णिमा यज्ञ के रूप में रात्रि 10 बजे से 2 बजे तक हवन किया जाएगा , जिसमें यज्ञमान की शुभता के लिए संकल्प किया जाएगा ! यह जो इस बार यज्ञ स्थगित किया गया है , जिसे 16 नवम्बर से २६ नवम्बर २०२४ तक किया जाएगा ! - स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम
आगामी आश्रम कार्यक्रम सुचना
|| श्री काल भैरव यज्ञ ||
दिनांक : 22 नवम्बर, 2024 को काल भैरव जयंती के निमित्त विशेष " श्री काल भैरव यज्ञ " का आयोजन किया जाएगा !
दिनांक : 22 नवम्बर, 2024
स्थान : स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम , बलुआ, चंदौली - वाराणसी ( उत्तर प्रदेश )
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम की पावन भूमि पर श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी महाराज के मार्गदर्शन एवं सान्निध्य में तंत्र बाधा , प्रेत बाधा, आर्थिक बंधन , व्यापार बंधन , वैवाहिक जीवन क्लेश , शत्रु बाधा , कार्य में असफलता , पितृ दोष निवारण हेतु विशेष पर्व पर यज्ञ का आयोजन किया जाता है , जिसमें शास्त्रोक्त पध्दति एवं पूर्ण विधि विधान के साथ अनुष्ठानपूर्वक #जप एवं #हवन कराया जाता है ! इस बार श्री काल भैरव जयंती पर 22 नवम्बर 2024 को यज्ञ का आयोजन किया जाएगा !
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मृतक पूर्वजों का अंतिम संस्कार ठीक नही हुआ तो उनको “ प्रेत योनी ” प्राप्त होती है ! पितरों के निमित्त श्राध्द – तर्पण न करें , तब भी “ पितृदोष” उत्पन्न होता है ! श्राध्द -तर्पण की क्रियाएँ भी विधिवत न हुई हो तो भी पितृदोष उत्पन्न होता है ! पितृदोष का दुष्परिणाम अत्यंत कष्टकारक होता है ! अचानक विभिन्न प्रकार के रोग उत्पन्न होना , घर में क्लेश बना रहना , संतान कुमार्गगामी हो जाना , विवाह की आयु होने पर भी संतान का विवाह न होना , अचानक दुर्घटनाए होना , आवक अच्छी होने पर भी घर में घन और धान्य की कमी रहना आदि अनेक दोष इसी पितृदोष के कारण उत्पन्न होते है ! प्रेतबाधा होना भी पितृदोष का ही दुष्परिणाम होता है ! अतृप्त पूर्वज प्रेतयोनी की अधोगति को प्राप्त हो जाते है और अपने वंशजों को कष्ट पहुचातें है !
अतः पितृओ के निमित्त श्राध्द – तर्पण करना प्रत्येक गृहस्थ का दायित्व और कर्त्तव्य है ! इस कर्तव्य से विमुख गृहस्थ अपने गृहस्थ जीवन में कष्ट पाता ही है ! मैंने अपने जीवन में अनेक पीड़ितों के जीवन में यह सब प्रत्यक्ष अनुभव किया है !
“नारायण बलि” का विधान तब किया जाता है , जब कोई ज्ञात मृतक आत्मा को प्रेतत्व से मुक्ति दिलानी हो ! ज्ञात मृतक आत्मा का अर्थ है , जिसका नाम और गोत्र पता हो तथा उसके मृत्यु का कारण पता हो ! इसके अतिरिक्त जो मृतक आत्मा स्वप्न के माध्यम से बार-2 दर्शन देकर अपने मुक्ति के लिए प्रार्थना करती हो , अथवा जो स्वप्न में कष्ट में होने का संकेत देती हो , उसके निमित्त भी नारायण बलि का विधान बताया गया है !
नारायण बलि का अर्थ है की , किसी प्रेतत्व को प्राप्त ज्ञात आत्मा के निमित्त भगवान नारायण एवं उनके गण , पार्षद आदि का आवाहन , पूजन और तर्पण करना तथा उस आत्मा की मुक्ति अथवा सद्गति की प्रार्थना करना ! एक प्रकार से ” नारायण बलि ” के कर्मकांड से उस प्रेतात्मा को भगवान नारायण के चरणों में समर्पित कर देना , भगवान नारायण को बलि के रूप में प्रदान करने को ” नारायण बलि ” कहते है !
तिथी : 30 नवम्बर 2024 (अमावस्या)
स्थान : वाराणसी एवं हरिद्वार
ऑनलाइन तथा ऑफलाइन
संपर्क : 7607 233 230
आगामी आश्रम कार्यक्रम सुचना - 5
|| मंत्र साधना एवं दीक्षा शिविर ||
स्थान : स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम , बलुआ, चंदौली - वाराणसी ( उत्तर प्रदेश )
दिनांक : 23 नवम्बर से 29 नवम्बर, 2024
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम की ओर से " मंत्र साधना एवं दीक्षा शिविर " के माध्यम से ऋषि - मुनियों द्वारा प्रदस्त्त मन्त्र आदि विज्ञान के माध्यम से जन समाज को श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी द्वारा मंत्र साधना, दीक्षा एवं मार्गदर्शन दिया जाता है !
Whatsapp No. : 7607 233 230
आगामी आश्रम कार्यक्रम सुचना - 6
|| दैवीय समस्या समाधान शिविर ||
ऑनलाइन दैवीय समस्या समाधान एवं मार्गदर्शन ( स्वामीजी के सान्निध्य में )
दिनांक : 23 नवम्बर से 29 नवम्बर, 2024
स्थान : स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम , बलुआ, चंदौली - वाराणसी ( उत्तर प्रदेश )
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम की ओर से " दैवीय समस्या समाधान एवं मार्गदर्शन शिविर " के माध्यम से ऋषि - मुनियों द्वारा प्रदस्त्त मन्त्र आदि विज्ञान के माध्यम से जन समाज को श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी द्वारा उनकी दैवीय समस्याओं का समाधान एवं मार्गदर्शन दिया जाता है ! इस बार स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम पर दिनांक : 23 नवम्बर से 29 नवम्बर, 2024 तक श्रध्देय स्वामी जी आश्रम पर श्रध्दालुओं से प्रत्यक्ष भेंट कर समस्याओं का मार्गदर्शन एवं समाधान बताएँगे ! इस शिविर में जन्म कुंडली आदि का भी विश्लेषण किया जायेगा तथा दोष दोष , पितृ दोष का भी विश्लेषण किया जाएगा ! स्वामी जी से प्रत्यक्ष भेंट कर अपनी समस्याओं के मार्गदर्शन के लिए श्रध्दालु उपरोक्त तिथी में आश्रम आकर भेंट कर सकते है ! इस शिविर में भाग लेने हेतु सर्व प्रथम "पंजीकरण ( Registration ) अवश्य करें !
प्रत्यक्ष भाग लेने के इच्छुक सदस्य घर से नारियल अवश्य लेकर आये ! अधिक जानकारी के लिए 7607 233 230 पर फोन कॉल अवश्य कर लें !
अप्रत्यक्ष (ऑनलाइन) शिविर शुल्क : 5100 /- ( दक्षिणा रूप में )
प्रत्यक्ष शिविर शुल्क : 11000 /- ( प्रत्यक्ष भेंट कर समस्या समाधान हेतु आश्रम नंबर पर कॉल कर ले ! )
WhatsApp No. : 7607 233 230
आगामी आश्रम कार्यक्रम सुचना - 7
|| जन्म कुंडली विश्लेषण शिविर ||
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम की ओर से " जन्म कुंडली विश्लेषण शिविर " के माध्यम से ऋषि - मुनियों द्वारा प्रदस्त्त मन्त्र आदि विज्ञान के माध्यम से जन समाज को श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी द्वारा जन्म कुंडली विश्लेषण एवं मार्गदर्शन दिया जाता है !
अप्रत्यक्ष (ऑनलाइन) शिविर शुल्क : 5100 /-
संपर्क : 7607 233 230
Whatsapp No. : 7607 233 230
घर परिवार में सुख शान्ति प्राप्ति एवं क्लेश निवारण हेतु
तंत्र बाधा , प्रेत बाधा , पितृ बाधा आदि दैवीय समस्याओं का सटीक समाधान
विशेष महाकाल यज्ञ
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम की पावन भूमि पर श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी महाराज के मार्गदर्शन एवं सान्निध्य में तंत्र बाधा , प्रेत बाधा, आर्थिक बंधन , व्यापार बंधन , वैवाहिक जीवन क्लेश , शत्रु बाधा , कार्य में असफलता , पितृ दोष निवारण हेतु विशेष महाकाल यज्ञ का आयोजन किया जाता है , जिसमें शास्त्रोक्त पध्दति एवं पूर्ण विधि विधान के साथ अनुष्ठानपूर्वक #जप एवं #हवन कराया जाता है !
अधिक जानकारी के लिए आश्रम के वाट्सएप नंबर +91 - 7607 233 230 पर WhatsApp message करें अथवा फ़ोन कॉल करे ...!!!
II श्री बजरंग बाण दिव्यास्त्र प्रयोग II
( एक दैवीय संरक्षण का आध्यात्मिक अभियान )
राष्ट्र के सर्वांगीण उन्नति , समाज की दैवीय आपदाओं से रक्षा , दुष्ट शक्तियों का दमन , सज्जनों की उन्नति एवं सुरक्षा , तंत्र मन्त्र दोष निवारण एवं पारिवारिक उन्नति हेतु श्रध्येय स्वामी रुपेश्वरानंद जी महाराज के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में प्रति रविवार प्रातः ५ बजे श्री बजरंग बाण के 108 पाठ करने का अनुष्ठान किया जा रहा है , जिसमे अनेक श्रध्दालु गण अपने घर में यह अनुष्ठान करते है ! इससे राष्ट्र कल्याण के साथ - २ घर , परिवार की बाधाएं दूर होती है ! श्री हनुमान जी की दैवीय कृपा प्राप्त होती है ! लाखों श्रध्दालुओं को लाभ हो रहे है और वे नित्य भी 11 अथवा 21 पाठ श्री बजरंग बाण का कर रहे है ! स्वामी रुपेश्वरानंद चैनल के माध्यम से इसकी जानकारी दी गई है ! चैनल देखने के लिए क्लिक करें ..
विशेष साधक श्री राम रक्षा स्तोत्र सिद्ध कर लें ! इससे उन्हें पूर्ण दैवीय सुरक्षा प्राप्त होगी !
|| बजरंग बाण दिव्य आनुभव ||
दान दक्षिणा भेजने हेतु QR code :
स्वामी रुपेश्वरानंद चैनल
स्वामी रुपेश्वरानंद चैनल से सम्पूर्ण विश्व के विभिन्न क्षेत्रों से अनेक श्रध्दालु जुड़ें हुए है तथा कल्याण के भागी बन रहे है !
श्रध्दालुओं के अनुभव
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम की ओर से नारायण बलि , त्रिपिंडी श्राध्द , मंत्र साधना शिविर , मन्त्र अनुष्ठान , प्रत्यंगिरा यज्ञ - हवन आदि धार्मिक अनुष्ठान किये जाते है ! इस विषय में कोई जिज्ञासा अथवा प्रश्न हो तो लिखकर भेज सकते है ...
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम के सदस्य बनने हेतु फॉर्म भरकर भेजें ...इस गूगल फॉर्म को भेजने के उपरान्त आश्रम से संपर्क किया जाएगा !
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