श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी महाराज जी ने दिनांक : 28 / जनवरी / 2012 को अपने साधनास्थली बलुआ ग्राम में गंगा तट पर मां भगवती पीताम्बरा की स्थापना की थी और वे सतत माँ भगवती पीताम्बरा ( श्री बगलामुखी ) की मन्त्र साधना करते आये है ! माँ भगवती पीताम्बरा की प्रेरणा से इस स्थान को साधना पीठ में परिवर्तित कर जनकल्याण हेतु सुगम एवं सुविधाजनक बनाया जाय तथा अनेक साधक गण साधना रत हो , इस उद्देश्य से इस स्थान को भव्य एवं दिव्य रूप देने का निर्णय लिया गया है ! आनेवाले समय में यह स्थान अनेक साधकों को साधनात्मक मार्गदर्शन देने , साधना आदि करने मे सहायक सिध्द होगा ! साथ ही अनेक पीड़ित श्रध्दालुओं की आस्था एवं दैवीय समस्याओं का समाधान करने का केंद्र बनेगा !
इस साधना पीठ में नित्य हवन - यज्ञ , जप अनुष्ठान , शास्त्र अध्ययन - अध्यापन एवं लोक मंगल का कार्य होता रहेगा ! इस साधना पीठ में अविवाहित अथवा विवाहित - दोनों स्थिति के साधक / साधिका साधना हेतु निवास कर सकेंगे !
साथ ही एक प्राचीन पध्दति के गुरुकुल का भी सञ्चालन किया जायेगा , जिसमें कम आयु के बालक / बालिकाओं की शिक्षा की व्यवस्था रहेगी !
इस साधना पीठ में किसी भी वर्ग विशेष , जाती विशेष , गुरु परंपरा विशेष , सम्प्रदाय विशेष का भेदभाव नहीं किया जाएगा ! सभी के कल्याण की मंगल कामना की जायेगी ! श्रध्दालु को जप एवं यज्ञ अनुष्ठान के माध्यम से शुभ आशीर्वाद प्रदान किया जाएगा ! कोई भी श्रध्दालु पूर्व अनुमति लेकर साधना हेतु अथवा आजीवन निवास हेतु आश्रम आ सकते है !
वर्तमान में ब्रह्मचारी बालकों के लिए अध्ययन हेतु , साधकों के लिए साधना हेतु आश्रम की ओर से नि:शुल्क व्यवस्था है !
संपर्क सूत्र : 7607 233 230 , 981 7777 108
|| साधना पीठ के सहयोगी सदस्य बनें .... ||
इस दिव्य साधना पीठ का निर्माण माँ भगवती पीताम्बरा के श्रध्दालुओं एवं साधना पीठ सदस्यों के सहयोग से किया जाएगा !
सभी श्रध्दालुओं से निवेदन है कि, वे इस दैवीय साधना पीठ के निर्माण में अपना यथाशक्ति सहयोग करने हेतु
+91- 7607 233 230 पर कॉल करे अथवा WhatsApp मेसेज भेजे !