" गुरुकुल " एक भारतीय सनातन संस्कृति का आधारस्तम्भ है , जो राष्ट्र के सर्वांगीण विकास हेतु मुलभुत भूमिका निभाता है ! दुर्भाग्यवश हमारे देश के पुरोधा इस विषय को गंभीरता से नहीं ले रहे है , जिसके कारण सनातन संस्कृति एवं सनातन धर्म की निरंतर ग्लानि हो रही है ! विधर्मी संस्कृति एवं परम्परा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है, सनातन संस्कृति से समाज विमुख हो रहा है !
राष्ट्र एवं संस्कृति की इस समस्या को देखते हुए श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी ने गुरुकुल परंपरा की पुनर्स्थापना हेतु एक बृहद संकल्प लिया है ! समस्त भारतवर्ष में 800 गुरुकुलों की स्थापना करना लक्ष्य बनाया गया है !
सर्वप्रथम स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम , बलुआघाट , चंदौली - वाराणसी ( उत्तर प्रदेश ) में एक गुरुकुल की स्थापना की जा रही है ! जहाँ सनातन धर्म का अनुसरण करनेवाला विद्यार्थी प्राचीन परम्परा अनुसार शिक्षण प्राप्त करते हुए आधुनिक शिक्षा का भी ज्ञान प्राप्त करेगा !
स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम की ओर से प्रत्येक संस्कृत विद्यार्थी को प्रोत्साहन राशि दी जायेगी !
शिक्षा का माध्यम संस्कृत , हिंदी होगा ! 5 वीं कक्षा से 9 वीं कक्षा तक नि:शुल्क शिक्षण दिया जाएगा ! साथ ही खेल , कम्प्यूटर आदि क्षेत्र में भी विद्यार्थी को पारंगत किया जाएगा ! आत्मिक, सामाजिक एवं आर्थिक उन्नति के सभी प्रकार आवश्यक प्रशिक्षण दिए जायेंगे !
भविष्य में यह सभी विद्यार्थी भारतवर्ष एवं सनातन संस्कृति के आध्यात्मिक एवं भौतिक उन्नति के संकल्प के साथ-2 ऋषि परंपरा का निर्वहन करनेवाले दैवीय मूल आधार बनकर जीवन यापन करेंगे ! समाज के लिए एक दिव्य कल्याणकारी ऋषि के रूप में कार्य करेंगे ! अपना जीवन " इदं राष्ट्राय इदं न मम " के भाव के साथ राष्ट्र , धर्म एवं संस्कृति को जीवन समर्पित करेंगे !
गुरुकुल में प्रशिक्षित इन विद्यार्थीयों को आश्रम के भावी प्रकल्प में सेवा कार्य ( job ) देकर उनको आर्थिक रूप से भी सक्षम बनाया जाएगा ! गुरुकुल में संस्कृत भाषा माध्यम के विद्यार्थियों के लिए ही नि:शुल्क सुविधा रहेगी ! हिंदी, अंग्रेजी माध्यम से पढने के इच्छुक विद्यार्थियों के शिक्षा का खर्च माता पिता को वहन करना होगा , आश्रम की ओर से भोजन और आवास नि:शुल्क होगा ! सक्षम परिवार से गुरुकुल के लिए दान करना अपेक्षित होगा !
गुरुकुल में शिक्षा का माध्यम - संस्कृत , हिंदी
गुरुकुल में प्रवेश कक्षा : 5 वीं कक्षा से 9 वीं कक्षा
गुरुकुल में प्रवेश आयु बालक : 9 से 16 वर्ष
इस गुरुकुल में किसी भी वर्ग विशेष , जाती विशेष , गुरु परंपरा विशेष , सम्प्रदाय विशेष का भेदभाव नहीं किया जाएगा ! हम सभी ऋषि अंश है , सनातन धर्म के अनुगामी है , ईश्वर अंश आत्मा है , इसी भाव के साथ सम्मिलित होकर " वसुधैव कुटुम्बकम् " के सिध्दांत अनुसार निवास करेंगे !
सभी विद्यार्थी श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी महाराज के नेतृत्व एवं आध्यात्मिक मार्गदर्शन में राष्ट्र एवं धर्म की सेवा में विशेष भूमिका निभाएंगे !
आश्रम का नियम एवं जीवन सनातन धर्म के शास्त्रोक्त नियमानुसार ही होगा !
गुरुकुल में प्रवेश हेतु 7607 233 230 इस नंबर पर WhatsApp sms करें अथवा कॉल करें ...!!!
गुरुकुल में दान करे :
गुरुकुल सञ्चालन में श्रध्देय स्वामी रुपेश्वरानंद जी का सहयोग करने हेतु कोई भी श्रध्दालु एक गुरुकुल विद्यार्थी का वार्षिक व्यय वहन कर सकता है !
गुरुकुल विद्यार्थी मासिक व्यय दक्षिणा - 5000 /- Rs.
गुरुकुल विद्यार्थी छ: मासिक व्यय दक्षिणा - 31 000 /- Rs.
गुरुकुल विद्यार्थी वार्षिक व्यय दक्षिणा - 60, 000 /- Rs.
गुरुकुल विद्यार्थी वार्षिक व्यय दान - 2,51, 000 /- Rs.
विशेष : गुरुकुल विद्यार्थी नित्य हवन में दानदाता यज्ञमान की उन्नति हेतु प्रार्थना एवं संकल्प करेगा !
दान हेतु बैंक खाता संख्या :
SWAMI RUPESHWARANAND SEVA SANSTHA
AXIS BANK
AC/NO. 921020054528527
IFSC CODE : UTIB0004712
दान हेतु बैंक खाता संख्या :
BRAHMAVADINI FOUNDATION
HDFC BANK
AC/NO. 50200093731924
IFSC CODE : HDFC0005199
BRAHMAVADINI FOUNDATION को दिया गया दान 80G के अंतर्गत कर छुट के लिए मान्य है !
GOOGLE PAY UPI ID : 9817777108@hdfcbank
PAYTM/ PHONEPE/ GOOGLE PAY MO.NO. : 9817777108