🛕 दिव्य अनुभव 🔱
'' प्रणाम स्वामी जी 🙏 श्री चरणों में वंदन 🙌 आपके द्वार प्रदान किये गये स्तोत्र पढ़ने के लिए मैं सबको प्रेरित करता हूँ मेरे ससुर जी के यहाँ भी समस्या है तो मैंने उन्हें पहले 11 दिन श्री काली कवच और फिर दोबारा 11 दिन श्री काली कवच का अनुष्ठान बताया था अब फिर श्री राम नाम जप महायज्ञ के लिए प्रेरित किया तो उनको जो अनुभव हुए आपके सामने रख रहा हूं 🙏
उनकी माता जी में २० साल से कोई प्रेत है जो उन्हें तंग कर रहा है तो जब उन्होंने पहली बार अनुष्ठान किया तो मेरे ससुर जी को वो प्रेत पहली बार बिल्कुल साफ दिखा, उसके बाद उन्होंने श्री राम नाम जप महायज्ञ का संकल्प लिया तो आज उन्होंने देखा कि हनुमान जी उस प्रेत को भगाकर मार रहे हैं और वो प्रेत बहुत दूर चला गया है और कह रहा है मुझे वापस आने दो और घर के अंदर आ ही नहीं पा रहा ! आपको दंडवत प्रणाम भेजा है उन्होंने 🙏🏻🪷🙌🏻''
- विकास, जिंद, हरयाणा
" गुरुदेव के मार्गदर्शन अनुसार कवच का पाठ करा, गृहक्लेश शांत हुआ, परिवार में पति, सासुमा सात्विक मार्ग पर आ गए, पति की शराब की लत छुट गई यह सब देखकर बहुत आश्चर्य हुआ, आपकी कृपा के बिना कुछ भी संभव नहीं था आपकी कृपया बनाये रखना गुरुदेव महाराज श्री सादर चरण स्पर्श "
- वर्षा , झारखण्ड
'' गुरुजी मैं California, USA में रहता हूँ, और अपनी उपासना से जुड़े कुछ अनुभव बताना चाहता हूँ जिनसे आज सिर्फ़ २ महीनों में मेरा जीवन बदल गया है।
मुझे बचपन से, यानी ३५ वर्षों से अधिक से, यदा-कदा भूत-प्रेत और पर-ग्रहियों (aliens) के बुरे स्वप्न आते थे जिस से मैं भयभीत हो जाता था। पिछले ७-८ सालों से मन चिंताग्रस्त रहता, और रात को देर तक नींद नहीं आती थी। मन में नकारात्मक विचार आते। डेढ़ १.५ वर्ष पहले पिताजी का अचानक देहांत हो गया जिस वजह से मैं और भी परेशान हो गया। मृत्यु का भय सताने लगा। कुछ करने का मन ही नहीं होता था। भगवान की सत्ता पर तो हमेशा अटूट विश्वास था, दिल में भक्ति-भाव भी था, कुछ ग्रंथ भी पढ़े थे, पर फिर भी कभी कुछ विशेष पूजा-पाठ नहीं की।
फिर महाशिवरात्रि और होली पर मैंने हनुमान चालीसा, और आपके द्वारा दिये गये बजरंग बाण, और पंचमुखी हनुमान कवच के १०८ पाठ किए। प्रतिदिन ३ बार सबका पाठ करता हूँ और षट्कर्म के बाद पूजा भी। पंचमुखी हनुमान कवच के ११०० पाठ का संकल्प लेकर रोज़ २१ पाठ करता हूँ, और घर पर पहली बार २-३ छोटे हवन भी किए। सिर्फ़ इतना करने से ३५ वर्ष पुरानी समस्या ठीक हो गई!!! अब मुझे भूत-भूतिनियों के या दूसरे बुरे सपने नहीं आते! उल्टा आजकल अक्सर दिव्य सपने आते हैं जिस से आत्मा तृप्त हो जाती है। हनुमान जी पर सब छोड़ दिया है, और आराम से सो जाता हूँ। जीवन जीने की एक नयी उमंग आ गई है। नकारात्मक विचार अब ८०% कम हो गये हैं। गुरुजी आपको कोटि कोटि धन्यवाद! 🙏🏽 🙏🏽🙏🏽 आपने मेरे मन में दबे भक्ति के बीज को सींचा और एक जीवन बदल दिया! आपके वीडियोज़ देखता हूँ और बहुत कुछ सीखने को मिलता है। और बहुत कुछ अनुभव हैं, आगे भी बताऊँगा। ''
- अतिन, कैलिफ़ोर्निया, USA
" गुरुजी, आपका सात्विक मार्ग पालन करने के बाद 10 साल बाद 20/12/23 को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई "
- शुभंकर , हवाईथांग, कछार, असम
" 🙏🚩स्वामी जी आज एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई पत्नी गैस को पोछते समय ध्यान नहीं दिया और उसका बटन ऑन हो गया उसके बाद स्नान हेतु चली गई और बाथरूम से बाहर आकर फिर उसने बटन को ऑन करना चाहा लेकिन पैर गीले थे और आज ही के दिन रसोई में पायदान पड़ा हुआ था रोज यह पायदान रसोई में नहीं होता उसको उठाकर दूर रख देती है, लेकिन आज किसी तरह छूट गया था तो पायदान पर सोचा कि पैर सुख जाए इसलिए दूर पायदान पर खड़ी हो गई..... और वहीं से लंबा हाथ करके दूरी से बटन को ऑन किया तो ऑटोमेटिक गैस है जिसमें लाइटर की जरूरत नहीं पड़ती ऑन करते अपने आप अंदर से ही इग्नाइट होती है और जल जाती...... तो एकदम से जल गई और जितनी दूर में गैस फैली हुई थी उतनी दूर में रसोई में आग का गोला बन गया..... वह दूर से ऑन किया था इसलिए बच गयी अन्यथा गले पर होने के कारण से पायदान बिगड़े होगी इसलिए बच गई दोनों हाथ और पूरा मुंह जल जाता, हम तो इसे भगवान की ही कृपा समझ रहे हैं कि शायद कोई बड़ी अनहोनी होनी थी जो टल गई...... क्या महाकाल यज्ञ के कारण ऐसी कृपा हुई स्वामी जी.... क्या ऐसे देव कृपा से इसे अनहोनी टलना ही समझा जाए.... स्वामी जी मन तो यही कह रहा है....... और अब अच्छी बात यह भी है कि इसके बाद अब राम रक्षा स्तोत्र के प्रतिदिन पाठ वाला अनुष्ठान मेरा आराम से होगा उसमें जो पत्नी की ओर से रोक tok की गई थी वह समाप्त हो गई है..... तो मैं पूछना चाहता था आपसे कि मैं आज से 11 दिन का प्रतिदिन 108 पाठ का संकल्प ले सकता हूं क्या स्वामी जी आज्ञा करें..... दीपक जलाकर पूर्ण विधि विधान से अथवा केवल शुद्ध अवस्था में बैठकर भी कर सकते हैं क्या..... और मार्गदर्शन करने की कृपा करें स्वामी जी आभार🙏🙏🙏🚩🚩🚩 "
- विजय कुमार, दिल्ली
" प्रणाम गुरुदेव🙏
कोटि कोटि नमन 🙏🙏🪷🪷🪷
मेरे जीवन बाहर बहुत अच्छा और वास्तविक मे अशांति बेरोजगारी और परेशानी तंत्र क्रिया इतने घातक प्रयोग हुवे थे स्वयं शरीर अंत करने के प्रयास भी किया घातक प्रयोग इतने मारक थे की सरकारी नौखरीतो क्या प्राइवेट नौखरी भी नहीं मिलती थी. दापत्य जीवन भी अशांति थी एक भी दिन शांति नहीं थी
यू ट्यूब से गुरूजी जुडा और वाट्सअप नंबर से जुडा गपरेशान इतना था की कोई समझ बची नहीं थी
गुरूजी कृपा और मार्गदर्शन मिला तब तक स्वयं की बुद्धि उपयोग बंद कर दिया और गुरूजी के मार्गदर्शन मे साधना मार्ग शिरू किया जैसे जैसे गुरूजी बताया सबसे पहले पितृ दोष निवारण किया पूर्व की तीन पीढ़ी नारायण बलि और त्रिपण्डी श्राद्ध किया निरंतररूप से
मरता क्या नहीं करता वैसे 3 वर्ष तक जारी रखा अनुष्ठान भी गुरूजी मार्गदर्शन मे जारी रहे पता भी नहीं चला और जीवन धीरे धीरे सही हो गया आश्रम गया वहां साधना का अवसर मिला तो जीवन धन्य हुआ भौतिक जीवन के अनुभव भय रोग कष्ट कुछ भी नहीं रहा आज आत्मविश्वास युक्त जीवन जी रहे सब स्वामीजी गुरुदेव की कृपा हे और मार्गदर्शन का फल हे
और आध्यात्मिक अनुभव बताने की आज्ञा नहीं हे
जो शास्त्रो मे लिखा हे और जो महापुरुषों और सिद्ध महापुरुषों के जीवन मे बताया हे पूर्ण सत्य हे 💐💐गुरूजी जीवन मे चरितार्थ हे उनकी कृपा से शिष्य के जीवन मे घटित होता हे
कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🪷🪷🪷🪷🪷 "
- रवि, राजस्थान
" प्रणाम गुरूजी, चरण स्पर्श, 💐💐🙏🏻🙏🏻🙇🏻♀️🙇🏻♀️ अभी तक तो पता नहीं था साधना क्या होती है, प्रथम बार साधना करी बजरंग बाण रविवारीय अभियान में सहभागी बनकर, आपके द्वारा बहुत ही दिव्य संकल्प प्रदान किया गया है वह संकल्प लिया, आपको प्रणाम कर हनुमान जी को प्रणाम कर फिर 108 बार बजरंग बाण का पाठ आरम्भ किया 18 पाठ होते ही बेहोशी जैसी नींद आगे और प्रेत योनी को प्राप्त पितृ स्वप्न में दिखे और उनकी सद्गति करवाने को कहा बहुत ही अकल्पनीय अनुभव था 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
उनकी सदगति हेतु नारायण बलि करवाई, अब जीवन में बहुत शांति है, मै अधिक बीमार रहती थी अब बहुत आराम है, आर्थिक स्तिथी सुधर रही है, जीवन का मार्ग मिल रहा है त्रिपिंडी श्राद्ध भी करवाती हु, साधना भी कर रही हु और परिवार के लोग भी साधना करने लगे है, आपसे हमेशा ही दिव्य मार्गदर्शन प्राप्त होता है चैनल के माध्यम से, सभी live विडियो देखती हु
हमेशा एसे ही हम पर आशीर्वाद बनाये रखना प्रिय गुरुदेव, चरण वन्दन 💐💐🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️🚩🚩🚩🚩"
- प्रिया, इंदौर, मध्य प्रदेश