स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम ( श्री पीताम्बरा सिध्दपीठ में स्थित 2 वर्ष से निरंतर अखंड रूप से प्रज्ज्वलित यज्ञ अग्नि में )
भारत देश से अधर्म और असुरत्व का समूल संहार करने हेतु एवं मूल त्रिशक्ति की प्रसन्नता हेतु
शारदीय नवरात्री में 24 x 7 , 11 दिवसीय
|| अखण्ड नवार्ण मंत्र आहुति महायज्ञ ||
2 2 सितम्बर से 02 अक्टूबर, 2025 तक ( 24 x 7 )
दिनांक : 22 सितम्बर से 02 अक्टूबर, 2025 तक
स्थान : स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम , बलुआघाट , चंदौली - वाराणसी ( उत्तर प्रदेश )
पूर्णाहुति दिनांक 02 अक्टूबर 2025
समस्त विश्व का कल्याण , पुथ्वी का रक्षण , प्रेतत्व ( असुरत्व ) संहार एवं भारतवर्ष के उत्थान हेतु एक दिव्य राष्ट्र रक्षा महायज्ञ के रुप में अखण्ड नवार्ण मंत्र आहुति महायज्ञ का आयोजन किया जा रहा है ! यह एक अद्भुत दिव्य महायज्ञ प्रथम बार स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम पर आयोजित होने जा रहा है ! भारतभूमि को भी शुध्द एवं पवित्र करने हेतु इस यज्ञ की उर्जा का उपयोग होगा ! साथ ही घर , भूमि दोष का भी निवारण होगा !
21 विशेष मुख्य साधक :
इस अखण्ड महायज्ञ 21 विशेष मुख्य यज्ञमान की आवश्यकता है - दक्षिणा शुल्क 31,000
विशेष रूप से नवार्ण यंत्र आश्रम द्वारा निर्मित किये जाते है एवं आश्रम द्वारा सिद्ध किये जाते है !
इस महायज्ञ की सिद्ध यज्ञ अग्नि में सिद्ध किये गए नवार्ण यंत्र गृह रक्षा हेतु विशेष रूप से अभिमंत्रित होंगे, तंत्र दोष से रक्षा होगी, देवी की शास्त्रोक्त उपासना सिद्ध यंत्र द्वारा की जाती है, यह विशेष मंत्र सिद्ध यंत्र होगा !
इस यज्ञ में विशेष रूप से आर्थिक उन्नति एवं समस्त गृह सुरक्षा सुरक्षा हेतु , वाहन सुरक्षा, दुकान या व्यापार सुरक्षा हेतु , दुष्ट तंत्र मंत्र से सुरक्षा हेतु स्वामी रुपेश्वरानंद आश्रम द्वारा निर्मित शास्त्रोक्त श्री नवार्ण यंत्र मंत्र सिध्द एवं अभिमंत्रित किये जायेंगे। यह केवल 100 यंत्र तैयार किये जा रहे है। इस यज्ञ का लाइव प्रसारण भी होगा।
नवार्ण मंत्र देवी की त्रिशक्ति – महाकाली, महालक्ष्मी और महासरस्वती – का संयुक्त बीज मंत्र है। इस यंत्र द्वारा जीवन के हर क्षेत्र में देवी का विशेष संरक्षण और कृपा प्राप्त होती है।
यज्ञमान को व्यक्तिगत स्तर पर आत्मविश्वास, साहस और मानसिक शांति मिलती है। गृहस्थ जीवन में सुख-शांति, पारिवारिक सौहार्द और आर्थिक स्थिरता प्राप्त होती है। रोग-व्याधियों और शत्रु बाधाओं से रक्षा होती है तथा संतति सुख और समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है। यह अखण्यड महायज्ञ राष्ट्र से अधर्म और असुरत्व के नाश के संकल्प से हो रहा है, इसलिए यज्ञमान का योगदान केवल व्यक्तिगत ही नहीं, अपितु सामूहिक कल्याण का भी भागीदार बनेगा।
नवरात्रि के 11 दिवसीय अखण्ड नवार्ण मंत्र आहुति महायज्ञ में यज्ञमान बन कर भाग लेने का व भगवती त्रिशक्तिप्रसन्न करने का दिव्य अवसर है!
महायज्ञ में निरंतर प्रतिदिन हवन होगा ! ( 11 दिन तक ) नित्य हवन रहेगा ! श्रध्दालु यज्ञमान के रूप में पंजीकरण कर ऑनलाइन भाग ले सकते है !
श्रध्दालु कैसे सहभागी बन सकते है ???
दिव्य महायज्ञ में कोई भी श्रध्दालु सहभागी बनकर लाभ ले सकते है !
यज्ञमान बनने हेतु यज्ञमान पंजीकरण शुल्क जमा कर रसीद का स्क्रीनशॉट आश्रम वाट्सएप सेवा नंबर : 7607233230 पर भेजें अथवा यज्ञमान गूगल फॉर्म भरकर भेजें !
अधिक जानकारी के लिए वाट्सएप नंबर +91 - 7607 233 230 पर WhatsApp मेसेज करें, अथवा phone कॉल करें !!!
यज्ञमान श्रेणी :
बैंक खाता नाम : SWAMI RUPESHWARANAND
दक्षिणा जमा करने हेतु QR कोड :


यज्ञमान बनने हेतु यज्ञमान पंजीकरण शुल्क जमा कर रसीद का स्क्रीनशॉट आश्रम वाट्सएप सेवा नंबर : 7607233230 पर भेजें अथवा यज्ञमान गूगल फॉर्म भरकर भेजें !